*गरीब की लुगाई आज गांव की भोजाई बन गई है* यह कहकर फूट-फूटकर रो रही.. *गरीब की लुगाई आज गांव की भोजाई बन गई है* यह कहकर फूट-फूटकर रो रही..
किस माटी से बनी है यह औरत। दर्द भी इसके आगे पानी भर रहा हो जैसे।मैं हैरान थी उसके धैर्य किस माटी से बनी है यह औरत। दर्द भी इसके आगे पानी भर रहा हो जैसे।मैं हैरान थी उसक...
क्योंकि उसका भाई निकम्मा होते हुए भी उस दिन वह दोनों का जान बचाया। क्योंकि उसका भाई निकम्मा होते हुए भी उस दिन वह दोनों का जान बचाया।
एक दिन अचानक से पूनम के ससुराल वालों का व्यवहार बदलने लगा । एक दिन अचानक से पूनम के ससुराल वालों का व्यवहार बदलने लगा ।
इसको भले ही छोड़ दो ओर आप को तकलीफ़ हुई इसके लिए माफ़ी हुकम “ मैंने फ़ोन सुना ओर सोचा इसको भले ही छोड़ दो ओर आप को तकलीफ़ हुई इसके लिए माफ़ी हुकम “ मैंने फ़ोन सुना...
हमें अपने आस-पास के लोगों की भी प्रशंसा करनी चाहिए। हमें अपने आस-पास के लोगों की भी प्रशंसा करनी चाहिए।